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व्यक्तिगत जानकारी | |
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जन्म | 24 फ़रवरी 1956 क्लीव्लॅंड, ओहायो, संयुक्त राज्य अमेरिका |
वृत्तिक जानकारी | |
युग | २० वीं सदी का दर्शनशास्त्र / २१ वीं सदी का दर्शनशास्त्र |
क्षेत्र | पाश्चात्य दर्शन |
जूडिथ बट्लर (जन्म फ़रवरी २४, १९५६) एक अमरीकी दार्शनिक और नारीवादी विचारक हैं, जिनके कार्य का प्रभाव राजनीतिक दर्शन, आचारशास्त्र, तथा नारीवादी, क्वियर, एवं साहित्यिक सिद्धांतों पर हुआ है। सन् १९९३ से जूडिथ बट्लर, यूनिवर्सिटी ऑफ कॅलिफॉर्निया, बर्क्ले में कार्यरत हैं जहाँ वे अब डिपार्टमेंट ऑफ कंपॅरटिव लिटरेचर एंड द प्रोग्राम ऑफ क्रिटिकल थियरी में मॅक्सीन एलियट प्रोफेसर हैं। युरोपियन ग्रॅजुयेट स्कूल में वे हॅना एरिंड्ट चेयर पर पदस्त हैं।
अकादमिक रूप से बट्लर को उनकी पुस्तकों- जेंडर ट्रबल: फेमिनिसम एंड द सबवर्षन ऑफ आइडेंटिटी तथा बॉडीस दॅट मॅटर: ऑन द डिसकर्सिव लिमिट्स ऑफ सेक्स के लिए जाना जाता हैं। ये पुस्तकें जेंडर/ लिंग सिद्धांतों पर प्रश्न उठाने एवं जेंडर परफॉर्मेटीविटी की अवधारणा में प्रभावशाली रही हैं। उन्होंने सक्रिय रूप से समलैंगिक अधिकारों के आंदोलन का समर्थन किया है। बट्लर ने साथ ही इजराइली राजनीति और इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर उसके प्रभाव की आलोचना की है। बट्लर का यह कहना है की इज़राइल को सभी यहूदियों का प्रतिनिधि मानना उचित नही है।
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